Is Allah the same as Ishwar? क्या ईश्वर और अल्लाह एक ही हैं?
IS ALLAH THE SAME AS ISHWAR?
“Raghupati Raghav Raja Ram” (sometimes called “Ram
Dhun”) is a notable “bhajan (Hindu devotional song) that was widely popularized
by Mahatma Gandhi. [Dalton, Dennis (1993). Mahatma Gandhi: Nonviolent Power in
Action. Columbia University Press. ISBN 0-231-12237-3.]
The most common version is the one put out by
Gandhi himself, which he adapted from the original. This Gandhi’s version was sung by him and his
followers as they walked during the 241 mile Salt March to Dandi.
Hindi lyrics as adapted by Gandhi - Transliteration:
raghupati rāghav rājārām, patit pāvan sītārām
sītārām, jai sītārām, bhaj pyāre tu sītārām
ishwar allah tero naam, sab ko sanmati de bhagavān
rāma rahīm karīm samān, hama saba hai unaki santān
saba mila māṅge yaha varadān, hamara rahe mānava
kā jñān
Translation:
O Lord Rama, descendent of Raghu, Uplifter of the
fallen;
O Godess Sita and Lord Ram, triumph to Sita and
Ram, recite the revered names Sita and Ram;
Ishwar and Allah are Your names, please give this
wisdom to everyone;
Ram, Rahim, Karim all are equal, we are all their
children;
humankind prevails as our wisdom, all of us
collectively request this boon.
We grew up being told that this was the favourite
prayer of Mahatma Gandhi. We were also made to recite it and sing it at the
school. Our children received the same advice and had similar experience in
their schools. As their parents and as their go-to-encyclopaedia, we reinforced
the suggestion in the minds of our children.
A QUESTION to all–
·
leaders of the Indian National Congress
·
leaders of all other political parties
·
the secularists and civil society members
·
the followers of Hindu faith in India – both
Good Hindus and Bad Hindus (as defined by Shashi Tharoor – who is fancying
himself as a huge Hindu and an immense historian of modern India)
·
the followers of Muslim faith in India – both
Good Muslims and Bad Muslims (corresponding to the definition of Shashi
Tharoor)
And THE QUESTION IS
Do you agree –?
Ram, Rahim, Karim all are equal, we are all their
children;
Allah and Ishwar are names of the same GOD;
And this wisdom is for everyone;
Should there be a disagreement, immediate and
concrete steps must be initiated to stop this erroneous propounding of Gandhi’s
tempered version of “Ram Dhun” to our future generations. The glory of the
original must be restored; as is being done with the names of towns and cities.
Hindi – Original - Transliteration:
Raghupati raghava rajaram,
Patita paavana sitaram
Sundara vigraha
meghashyam, Ganga tulasi salagram
Bhadra girishwara sitaram,
Bhagat janapriya sitaram
Janaki ramana sitaram,
Jaya jaya raghava sitaram
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Hindi version follows:
हिन्दी संस्करण आगे है:
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क्या ईश्वर और अल्लाह एक ही हैं?
“रघुपति राघव राजा राम” (कभी-कभी "राम धुन" भी कहा जाता है) एक उल्लेखनीय "भजन” (हिंदू भक्ति गीत) है जिसे महात्मा गांधी द्वारा व्यापक रूप से लोकप्रिय किया
गया था। [डाल्टन, डेनिस (1993) महात्मा गांधी: नॉन वोयलेंट पॉवर इन एक्शन; कोलंबिया यूनिवर्सिटी प्रेस; आईएसबीएन 0213-12237-31]
सबसे आम
संस्करण गांधी द्वारा खुद दिया गया है, जिसे उन्होंने मूल से अनुकूलित
किया था। गांधी के संस्करण को उनके और उनके अनुयायियों द्वारा 241 मील के नमक आन्दोलन के दांडी मार्च के दौरान गाया गया था।
गांधी द्वारा
अनुकूलित संस्करण
रघुपति राघव
राजाराम, पतित पावन सीताराम
सीताराम
सीताराम, भज प्यारे तू सीताराम
ईश्वर अल्लाह
तेरो नाम, सब को सन्मति दे भगवान
राम रहीम करीम
समान, हम सब है उनकी संतान
सब मिल मांगे
यह वरदान, हमारा रहे मानव का ज्ञान
हमें बताया गया
कि यह महात्मा गांधी की पसंदीदा प्रार्थना थी। स्कूल में हमें इसे पढ़वाया और
गवाया जाता था। हमारे बच्चों को उनके स्कूलों में भी ऎसी ही सलाह और ऐसा ही अनुभव
मिला था। उनके माता-पिता के रूप में और उनके हमेशा-सुलभ–ज्ञानकोष के रूप में,
अपने बच्चों के दिमाग में हमने यही सोच को मजबूत किया।
निम्न सभी से
एक प्रश्न है:
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेताओं से
- अन्य सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से
- धर्मनिरपेक्षता के मतवालों और सभ्य समाज के सदस्यों से
- भारत में हिंदू धर्म के अनुयायियों से - दोनों अच्छे हिंदुओं और बुरे हिंदुओं (जैसा कि शशि थरूर द्वारा परिभाषित किया गया है - जो स्वयं को एक प्रचंड हिंदू और आधुनिक भारत के महान इतिहासकार समझने के भ्रम में हैं)
- भारत में मुस्लिम धर्म के अनुयायियों से - अच्छे मुस्लिम और बुरे मुस्लिम दोनों (शशि थरूर की परिभाषा के अनुरूप)
और प्रश्न है:
क्या आप सहमत
हैं कि -
- राम, रहीम, करीम सभी बराबर हैं, हम सभी उनके बच्चे हैं;
- अल्लाह और ईश्वर एक ही भगवान के नाम हैं; और
- उपरोक्त ज्ञान हर किसी के लिए है?
अगर असहमति है, तो गांधी द्वारा तोड़-मरोड़ दिये “राम धुन” के संस्करण के इस ग़लत प्रचार को रोकने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाए जाने
चाहिए और हमारी भावी पीढ़ियों को इस धर्मनिरपेक्षता के आडम्बर से बचाना चाहिये।
जैसा कि कस्बों और शहरों के नाम से किया जा रहा है; मूल संस्करण की महिमा
बहाल की जानी चाहिए।
मूल संस्करण
रघुपति राघव
राजाराम, पतित पावन सीताराम
सुंदर विग्रह
मेघश्याम, गंगा तुलसी शालग्राम
भद्रगिरीश्वर
सीताराम, भगत-जनप्रिय सीताराम
जानकीरमणा
सीताराम, जयजय राघव सीताराम
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